आज के समय में सोना और चांदी सिर्फ आभूषण ही नहीं, बल्कि सुरक्षा और निवेश का मजबूत विकल्प बन गए हैं। हर परिवार की बचत की योजना में सोना-चांदी की एक अहम भूमिका रहती है, खासकर जब भाव रिकॉर्ड ऊंचाई छूने लगे। जुलाई 2025 में भारतीय बाजार में सोना-चांदी के दामों ने नया रिकार्ड बनाया, जिससे आम जनता, निवेशक, व्यापारी और आभूषण कारोबारियों में चर्चा बढ़ गई है।
इस समय 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। वहीं, चांदी के भाव भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं। ये बढ़ोतरी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग, कच्ची धातु की कीमतों और कई बार आर्थिक व राजनीतिक वजहों से प्रभावित होती है।
सोने-चांदी की ऊंची कीमतें शादी-ब्याह से लेकर त्योहारी सीजन और निवेश की प्लानिंग तक हर जगह असर डालती हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आज के ताजा भाव, रिकार्ड स्तर और विभिन्न कैरेट के हिसाब से दस ग्राम का दाम क्या है।
Gold Silver New Rates
सोने के दाम ने इस महीने नया इतिहास रच दिया है। भारत के बाजारों में 24 कैरेट सोना जहां ₹1,00,040 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है, वहीं 22 कैरेट सोना ₹91,700 प्रति 10 ग्राम बिक रहा है। 18 कैरेट सोने का भाव भी ₹75,030 प्रति 10 ग्राम दर्ज हुआ है।
इन बढ़ते दामों की बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती मांग, डॉलर की कीमत और वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता है। चांदी की बात करें तो यह भी रिकॉर्ड ऊंचाई छू रही है, और देश के कई शहरों में 10 ग्राम चांदी का दाम ₹1,160 तक दर्ज किया गया है। 1 किलो चांदी का भाव ₹1,16,000 के आसपास चल रहा है, जो एक नया स्तर है।
हाल के दिनों में सोने-चांदी के दामों के लगातार चढ़ने से निवेशकों की दिलचस्पी भी बढ़ गई है। सोना सुरक्षित निवेश का पर्याय बन गया है, और चांदी भी औद्योगिक इस्तेमाल व घरेलू ग्रहो-उपयोग की वजह से महंगी हुई है।
सोने और चांदी के ताजा भाव (जुलाई 2025)
धातु | शुद्धता | 10 ग्राम का दाम (₹) | 1 ग्राम का दाम (₹) |
---|---|---|---|
सोना | 24K | 1,00,040 | 10,004 |
सोना | 22K | 91,700 | 9,170 |
सोना | 18K | 75,030 | 7,503 |
चांदी | – | 1,160 | 116 |
इन भावों में राज्य, शहर और जूलर्स के अनुसार थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है, लेकिन औसत भाव ऊपरी रिकॉर्ड स्तर पर ही चल रहे हैं।
क्या है मुख्य वजह रिकार्ड बनने की?
सोना-चांदी के दाम कई वजहों से बढ़े हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में जियोपॉलिटिकल तनाव, अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल की कीमतें, महंगाई और बैंकों के ब्याज दर में बदलाव – ये सारे कारण सीधे इन धातुओं की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
इसके साथ ही, भारतीय बाजार में शादी-ब्याह और त्योहारों के समय मांग अचानक बढ़ जाती है। इस साल बारिश कम, खेती में दिक्कतें, और निवेशकों का रुझान शेयर बाजार से हटकर सोने पर बढ़ने से भाव और अधिक ऊपर चले गए हैं।
सरकारी योजनाएं, नियम और निवेश के मौके
सरकार की ओर से सोने की खरीद को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए हमेशा नई योजनाएं चलाई जाती हैं। सोवरिन गोल्ड बॉन्ड (SGB), गोल्ड ETF और डिपॉजिट स्कीम के जरिए लोग थोड़े पैसों में भी सोने में निवेश कर सकते हैं।
इन योजनाओं में सरकार ब्याज भी देती है और निवेशक को मार्केट का उतार-चढ़ाव झेलना नहीं पड़ता। सोना खरीदने पर GST और मेकिंग चार्ज लगते हैं, जिनका असर अंतिम कीमत पर पड़ता है।
नकद में बड़ी मात्रा में सोना खरीदने पर पैन नंबर देना और बैंकिंग नियमों का पालन करना जरूरी है। इसके साथ ही, चांदी में निवेश भी सिक्कों, बार और ज्वेलरी के रूप में बढ़ रहा है।
निवेश के साथ सावधानी
जब भी सोना या चांदी खरीदें तो BIS हॉलमार्क का प्रमाण देखें, जिससे शुद्धता की गारंटी मिलती है। सुरक्षित जगह से, उचित बिल लेकर खरीदारी करें और भाव की जानकारी के लिए रेगुलर ट्रेडिंग वेबसाइट्स या मोबाइल एप्स का इस्तेमाल करें।
भविष्य की जरूरत या निवेश के लिहाज से सोना-चांदी हमेशा फायदे का सौदा माना गया है, लेकिन रिकॉर्ड भाव पर खरीदारी से पहले बजट और जरूरत को देखकर ही फैसला लें।
संक्षेप
जुलाई 2025 में सोने-चांदी के दाम इतिहास में पहली बार इस ऊँचाई तक गए हैं। 24 कैरेट सोना ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया, वहीं चांदी ने भी ₹1,160 प्रति 10 ग्राम का नया रिकार्ड बना दिया। निवेश, शादी-ब्याह या भविष्य की प्लानिंग के लिए सोना-चांदी हमेशा सुरक्षित विकल्प रहेंगे — बस सही जानकारी और सतर्कता के साथ खरीदारी करनी चाहिए।