RBI Rule: 10 साल पुराने खातों पर अब 2 बड़े बदलाव – करोड़ों यूजर्स को झटका

Published On: July 26, 2025
RBI Rule

आज के समय में लाखों लोगों के बैंक अकाउंट कई कारणों से वर्षों तक यूं ही बंद या निष्क्रिय पड़े रहते हैं। बहुत से लोग किसी वजह से अपना अकाउंट इस्तेमाल नहीं कर पाते या भूल जाते हैं, जिससे 10 साल या उससे ज्यादा पुराने खाते निष्क्रिय घोषित हो जाते हैं। इस कारण ऐसी जमा राशि का फायदा खाताधारक को भी नहीं मिलता और बैंकिंग व्यवस्था के लिए भी चुनौती पैदा होती है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इन हालातों को सुधारने के लिए 2025 में नए नियम लागू किए हैं। इनका मकसद है पुराने इनएक्टिव या अव्यवहारिक खातों को फटाफट फिर से चालू करने की सुविधा देना और साथ ही, दावा न किए गए पैसों को खाताधारकों तक पहुंचाना। अब इस प्रक्रिया को काफी आसान और सुगम बना दिया गया है, जिससे हर बैंक ग्राहक को राहत मिलेगी।

RBI New Rules For Old Bank Accounts

भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, अगर आपके बैंक अकाउंट में पिछले 10 साल से कोई लेन-देन नहीं हुआ है, तो वह खाता ‘इनऑपरेटिव’ यानी निष्क्रिय माना जाएगा। इसी प्रकार, जितनी जमा राशि 10 साल या उससे अधिक समय से दावारहित पड़ी है, वह ‘अनक्लेम्ड डिपॉजिट’ कहलाएगी।

पहले इन खातों को दोबारा चालू करना जटिल था, लेकिन अब RBI ने सभी बैंकों को आदेश दिया है कि वे ऐसे खातों के लिए केवाईसी (KYC) अपडेट की सुविधा सरल करें। खाताधारक अब किसी भी शाखा पर, बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट या वीडियो केवाईसी के जरिए खाते को पुनः सक्रिय कर सकते हैं। इससे खाताधारक को बार-बार बैंक नहीं जाना पड़ेगा, खासतौर से ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में रहने वालों के लिए यह नवाचार बहुत सहायक रहेगा.

नए नियम के तहत, जिन खातों में किसी भी तरह का लेन-देन 10 साल से नहीं हुआ है, उसमें जमा रकम बैंक को आरबीआई के “Depositor Education and Awareness (DEA) Fund” में ट्रांसफर करनी होती है। पर खाताधारक अपने पैसे वापस लेने या खाता चालू करवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.

इनएक्टिव और डोरमेन्ट अकाउंट की श्रेणी (टेबल के साथ)

श्रेणीकितने समय निष्क्रियक्या होता है?
इनएक्टिव अकाउंट1 साल या उससे अधिककाम नहीं करने वाला अकाउंट
डोरमेन्ट अकाउंट2 साल या उससे ज्यादाuzun समय से बिना लेन-देन के
इनऑपरेटिव अकाउंट10 साल या उससे ज्यादाबंद या निष्क्रिय, पैसे DEA फंड में

(फाइनल श्रेणी व नियम बैंक की शर्तों पर भी आधारित हो सकती है).

खाते को फिर से सक्रिय करने की नई प्रक्रिया

  1. खाताधारक अब अपने निष्क्रिय 10 साल पुराने अकाउंट की केवाईसी (KYC) बैंक शाखा, गैर-होम ब्रांच, अधिकृत बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट या वीडियो केवाईसी द्वारा अपडेट कर सकते हैं।
  2. वीडियो केवाईसी के जरिए घर बैठकर पहचान सत्यापन संभव है, जिससे बार-बार बैंक नहीं जाना पड़ेगा।
  3. ग्रामीण क्षेत्रों के खाताधारक बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट से भी मदद ले सकते हैं।
  4. बैंक बिना किसी चार्ज के केवाईसी अपडेट करके खाता चालू कर देते हैं।

अब यह प्रक्रिया पूरी तरह से आसान और डिजिटल बन गई है, जिससे लाखों पुराने खाताधारकों को अपना पैसा वापस मिल सकता है.

क्यों लाया गया है यह नियम और सरकार का उद्देश्य क्या है?

RBI का उद्देश्य है कि हर खाताधारक को अपनी राशि तक आसानी से पहुंच मिले, देश में बैंकिंग व्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वास बढ़े और जमा रकम बिना उपयोग लंबे समय तक न पड़ी रहे। इसके अलावा, पुराने खातों में जमा राशि का दुरुपयोग या फ्रॉड रोकना भी एक बड़ा कारण है। नए नियम सभी बैंकों, सरकारी व निजी दोनों, पर लागू होते हैं।

खाताधारकों के लिए जरूरी सावधानियां और सुझाव

  • समय-समय पर अपने बैंक अकाउंट में लेन-देन करते रहें, चाहे न्यूनतम रकम ही जमा/निकासी करें।
  • केवाईसी डॉक्युमेंट अपडेट रखें और बैंक की सूचना पर तुरंत प्रक्रिया पूरी करें।
  • नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि जानकारी में बदलाव हो तो बैंक को जरूर सूचित करें।

छोटा पैराग्राफ

RBI के इस फैसले से अब 10 साल से पुराने निष्क्रिय खातों को चालू करवाना घर बैठे भी संभव हो गया है। यह बदलाव न सिर्फ बैंकिंग को सरल बनाएगा, बल्कि खाताधारकों के पैसे की सुरक्षा और वापसी भी सुनिश्चित करेगा। ऐसे में हर खाताधारक को अपने अकाउंट की स्थिति समय-समय पर जरूर चेक करनी चाहिए.

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